आप यहाँ से ब्लॉग के सभी लेख देखें

इनपुट आउटपुट डिवाइस input output device kya hai

INPUT OUTPUT DEVICES

इनपुट और आउटपुट डिवाइस-


INPUT DEVICE (इनपुट डिवाइस)


input device

इनपुट डिवाइस एक बिद्युत यांत्रिक युक्ति है। जो डाटा और अनुदेशों को स्वीकार करके कंप्यूटर के प्रयोग के लायक बनाता है।

कुछ प्रमुख इनपुट डिवाइस इस प्रकार हैं-

1. KEYBOARD (कीबोर्ड)



input device

कीबोर्ड का प्रयोग कंप्यूटर में डाटा डालने के लिए किया जाता है। कीबोर्ड मुख्य इनपुट डिवाइस है।

कीबोर्ड की अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें।


2. MOUSE (माउस)



mouse

माउस को इनपुट डिवाइस के श्रेणी में रखा जाता है। इसे पॉइंटिंग डिवाइस के नाम से भी जाना जाता है।ग्राफिकल यूजर इंटेरफेस (GUI) के प्रयोग से इसका महत्व बढ़ गया है। एक माउस में 2 या 3 बटन हो सकते हैं। क्रमशः दायां , बायां , और मध्य बटन।
इसके निचे एक रबर का बॉल लगा रहता है। जब माउस को किसी समतल सतह पर या माउस पैड पर हिलाया जाता है तो यह रबर का बाल घूमता है। तथा उसकी गति और दिशा मॉनिटर पर माउस पॉइंटर की गति और दिशा में परिवर्तित हो जाती है।

माउस की अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें।

3.JOYSTICK (ज्वास्टिक)



india help me joystick

ज्वास्टिक एक इनपुट डिवाइस है। जो ट्रैकबाल की तरह कार्य करता है। बाल के साथ एक छड़ी लगा दी जाती है जिससे बाल को आसानी से घुमाया जा सकता है। इसका उपयोग वीडियोगेम खेलने व् सिमुलेटर प्रशिक्षण आदि में किया जाता है।

4. LIGHT PEN (प्रकाशीय पेन)


indiahelpme light pen

लाइट पेन को इनपुट डिवाइस के रूप में जाना जाता है। इसका आकार पेन के जैसा होता है। यह एक पॉइंटिंग डिवाइस है। इसकी सहायता से कंप्यूटर स्क्रीन पर लिखा जा सकता है चित्र बनाया जा सकता है व् बारकोड को पढ़ा जा सकता है।

5. BAR CODE READER (बार कोड रीडर)

indiahelpme barcod reader

बार कोड रीडर  एक इनपुट डिवाइस है। बार कोड विभिन्न चौड़ाई की काली पट्टियां होती है।
उसकी चौड़ाई और दो पट्टियों के बिच की दुरी के हिसाब से उनमे सूचनाएं रहती हैँ। इन सुचनाओ को बार कोड रीडर की की सहायता से कंप्यूटर में डालकर उत्पाद , वस्तु का प्रकार आदि का पता लगाया जाता है।

6. DIGITAL CAMERA (डिजिटल कैमरा)



indiahelpme

डिजिटल कैमरा भी इनपुट डिवाइस की श्रेणी में आता है। इसे कंप्यूटर में जोड़कर इनपुट डिवाइस की तरह प्रयोग किया जाता है। इसमें जो फ़ोटो व् वीडियो होता है उसे कंप्यूटर में भेजा जा सकता है।

7. SCANNER (स्कैनर)


indiahelpme

स्कैनर को हम इनपुट डिवाइस के रूप में जानते हैँ। स्कैनर का प्रयोग करके रेखाचित्र और तस्वीर को डिज़िटल चित्र में परिवर्तित कर मेमोरी में सुरक्षित रखा जा सकता है। डिज़िटल चित्र पर कंप्यूटर द्वारा प्रोसेसिंग भी किया जा सकता है। स्कैनर के माध्य्म से डॉक्यूमेंट को स्कैन कराकर कंप्यूटर में लिया जा सकता है।

8. MICR (माइकर)

इसका प्रयोग विशेष चुम्बकीय स्याही से विशेष तरीके से लिखे अक्षरों को कंप्यूटर के जरिये पढ़ने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग बैंको द्वारा चेक/ड्राफ्ट में किया जाता है।

9. OMR (आप्टिकल मार्क रीडर)


indiahelpme

OPTICAL MARK READER इनपुट डिवाइस है। जो संकेतो/चिन्हों को पढ़कर उसे कंप्यूटर द्वारा उपयोग के योग्य बनाता है।
इसमें उच्च तीब्रता वाले प्रकाशीय किरणों को कागज पर डाला जाता है। तथा पेन या पेंसिल के निशान से प्ररावर्तित किरणों का अध्ययन कर सही उत्तर का पता लगाया जाता है।
उदाहरण स्वरूप् आजकल वस्तुनिष्ठ उत्तर पुस्तिका को जाचने के लिए इसका प्रयोग किया जा रहा है।

10.MIKE (माइक)


indiahelpme


माइक इनपुट डिवाइस के रूप में जाना जाता है।
कंप्यूटर में मल्टीमीडिया के विकाश से आवाज को रिकॉर्ड करने के लिए माइक का प्रयोग किया जाता है।

11. TOUCH SCREEN (टच स्क्रीन)


टच स्क्रीन एक इनपुट डिवाइस है। कंप्यूटर स्क्रीन पर दिए हुए विकल्पों में से किसी एक को छूकर निर्देश दिए जा सकते है।
टच स्क्रीन का उपयोग ATM और सार्वजनिक सुचना केंद्रों में किया जा रहा है।

OUTPUT DEVICE (आउटपुट डिवाइस)


indiahelpme

आउटपुट एक विद्युत यांत्रिक युक्ति है। जो कंप्यूटर से बाइनरी डाटा लेकर उसे उपयोगकर्ता के लिए उपयुक्त डाटा में बदल देता है।

कुछ आउटपुट डिवाइस इस प्रकार हैँ।

1.MONITOR (मॉनिटर)



मॉनिटर एक प्रमुख आउटपुट डिवाइस है। यह सॉफ्ट कॉपी प्रदान करने वाला आउटपुट डिवाइस है। जो डाटा व् सूचनाओ को पदर्शित करता है। कंप्यूटर पर किये जाने वाले कार्य को यह दिखता है।

मॉनिटर की अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें

2. PLOTTER (प्लॉटर)


indiahelpme

प्लॉटर आउटपुट डिवाइस के रूप में जाना जाता है। प्लॉटर का उपयोग बड़े बड़े कागज पर उच्च गुणवत्ता वाले रेखाचित्र व् ग्राफ प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग मुख्यतः इंजीनियरिंग , भवन निर्माण , सिटी प्लानिंग , मानचित्र आदि में किया जाता है।

3. PRINTER (प्रिंटर)



प्रिंटर की सहायता से हार्ड कॉपी या स्थाई प्रति प्राप्त किया जाता है। प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है।

प्रिंटर की अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें

4. SCREEN PROJECTOR (स्क्रीन प्रोजेक्टर)


indiahelpme

स्क्रीन प्रोजेक्टर एक आउटपुट डिवाइस है।
इसकी सहायता से कंप्यूटर स्क्रीन पर हो रही सभी घटनाओं और चित्रों को बड़े पर्दे पर देखा जा सकता है। इसका उपयोग मल्टीमीडिया प्रजेंटेशन के लिए किया जाता है।

5. SPEAKER (स्पीकर)


indiahelpme

स्पीकर आउटपुट डिवाइस के रूप में जाना जाता है। स्पीकर का उपयोग मल्टीमीडिया के साथ किया जाता है जो ध्वनि के रूप में आउटपुट की सॉफ्ट कॉपी प्रस्तुत करता है।

आप इन्हें भी देखें----

*मोबाइल से पैसे कमाए
*कंप्यूटर की सभी पोस्ट यहाँ है।
*मोबाइल की सभी पोस्ट यहाँ है।
*इंटरनेट की सभी पोस्ट यहाँ है।






कीबोर्ड क्या है Keyboard kya hai

WHAT IS KEYBOARD (कीबोर्ड क्या है)


KEYBOARD (कीबोर्ड)


keyboard kya hai

कीबोर्ड एक  इनपुट डिवाइस (INPUT DEVICE) है। कीबोर्ड का प्रयोग कंप्यूटर में डाटा डालने के लिए किया जाता है। आज के समय में QWERTY कीबोर्ड का प्रयोग किया जा रहा है।
कीबोर्ड को स्थिति और कार्य के अनुसार निम्न भागो में बाट सकते हैँ।

1. MAIN KEY-BOARD OR TYPEWRITER KEY (मुख्य कीबोर्ड या टाइपराइटर बटन)


यह कीबोर्ड के बायें व् मध्य भाग में अंग्रेजी टाइपराइतर के समान स्तिथ रहता है। इसमें अंग्रेजी के सभी अक्षर (A से Z तक) अंक (0 से 9 तक) तथा कुछ विशेष चिन्ह रहते हैं।

2. FUNCTION KEY (फंक्शन बटन)


फंक्शन बटन कीबोर्ड के सबसे ऊपर लगे रहते है क्रमशः F1 से F12 तक। ये एक पुरे आदेश के बराबर होते हैं जिनकी आवश्यकता बार बार पड़ती है। इनसे समय की बचत होती है।

3. NUMERIC KEY-PAD (संख्यात्मक की-पैड)


संख्यात्मक की-पैड कीबोर्ड के दायीं ओर कैलकुलेटर के समान लगे रहते हैं। इनका उपयोग संख्यात्मक डाटा को तेजी से भरने के लिए किया जाता है। इनमे 0 से 9 तक , दशमलव (.) , जोड़ (+) , घटाव (-) , गुणा (×) , भाग (/) के बटन लगे रहते है।

4. CURSOR MOVEMENT KEY  (कर्सर मूवमेंट बटन)


कर्सर मूवमेंट बटन कीबोर्ड के दायें निचे वाले भाग में लगे होते है। इनमे तीर के निशान वाले चार भाग होते हैं। जिससे कर्सर को दायें बायें ऊपर तथा नीचे ले जाया जा सकता है। इन्हें कमशः दायां (RIGHT) , बायां (LEFT) , ऊपर (UP) , नीचे (DOWN) ऐरो बटन कहते हैं। इन्हें एक बार दबाने से कर्सर एक स्थान नीचे या ऊपर या दायें या बायें हो जाता है।

5. SPECIAL PURPOSE KEY (स्पेशल परपस बटन)


स्पेशल परपस बटन किसी खास उद्देश्य के लिए बनाये जाते हैं। कुछ स्पेशल परपस बटन इस प्रकार है।

A. ESC KEY (एस्केप बटन)


एस्केप बटन कीबोर्ड में ऊपर पहली बटन होती है। इसका प्रयोग पिछले कार्य को समाप्त करने या चालू प्रोग्राम से बाहर जाने का होता है।

B. NUMBER LOCK KEY (न्यूमेरिक लॉक बटन)


न्यूमेरिक लॉक बटन का प्रयोग संख्यानात्मक बटनों के साथ किया जाता है। नंबर लॉक NUM LOCK को ऑन करने पर कीबोर्ड के ऊपर दायीं ओर एक हरी बत्ती जलती है। तथा संख्यात्मक की- पैड के बटन के ऊपर लिखी  संख्याये टाइप करते हैं। नंबर लॉक (NUM LOCK) ऑफ़ होने पर ये बटन के नीचे लिखे कार्य करते हैं।

C. CAPS LOCK KEY (कैप्स लॉक बटन)


कैप्स लॉक बटन का प्रयोग करके अंग्रेजी वर्णमाला के छोटे अक्षरों या बड़े अक्षरों को लिखा जाता है। जब कैप्स लॉक को ऑन किया जाता है तो ऊपर दायीं ओर एक हरी बत्ती जलती है तब वर्णमाला को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है। कैप्स लॉक ऑफ होने पर बत्ती बुझ जाती है तब वर्णमाला को छोटे अक्षरों में लिखा जा सकता है।

D. SHIFT KEY (शिफ्ट बटन)


जब किसी बटन पर दो चिन्ह रहते है तो शिफ्ट बटन के साथ उस बटन को दबाने पर ऊपर वाला चिन्ह टाइप होता है। शिफ्ट बटन को न दबाकर केवल उस बटन को अकेले ही दबाया जाय तो नीचे वाला चिन्ह टाइप होता है। अगर कैप्स लॉक बटन ऑन है तो शिफ्ट बटन के साथ अंग्रेजी वर्णमाला को दबाने पर छोटे अक्षर टाइप हैं। अगर कैप्स लॉक ऑफ है तो शिफ्ट बटन के साथ अंग्रेजी वर्णमाला के बटन को दबाने पर बड़े अक्षर टाइप होते हैं।

E. TAB KEY (टैब बटन)

टैब बटन का प्रयोग करके कर्सर को एक निश्चित दुरी जो रूरल द्वारा तय की जा सकती है , तक कुदाते हुए ले जाया जा सकता है। किसी चार्ट टेबल या एक्सेल प्रोग्राम में एक खाने से दूसरे खाने तक जाने के लिए भी टैब बटन का प्रयोग किया जाता है। अगर हम ईमेल आईडी खोल रहे हैं तो ईमेल को डालने के बाद टैब बटन को दबाया जाय तो पासवर्ड वाले खाने में वह चला जाता है।

F. ENTER KEY (एंटर बटन)

एंटर बटन का प्रयोग कंप्यूटर को दिए गए निर्देशों को क्रियान्वित करने के लिए तथा स्क्रीन पर टाइप डाटा को कंप्यूटर में  भेजने के लिए किया जाता है। वर्ड प्रोसेसिग प्रोग्राम में नया पैराग्राफ या लाइन आरम्भ करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

G. DEL KEY (डिलीट बटन)

डिलीट बटन का प्रयोग कर्सर के दायीं ओर स्थित कैरेक्टर या स्पेस को एक एक कर मिटाने में किया जाता है। इसके द्वारा चयनित शब्द लाइन , पैराग्राफ , फ़ाइल को मिटाया जा सकता है।

H. BACK SPACE KEY (बैक स्पेस बटन)

बैक स्पेस बटन का प्रयोग करके कर्सर के ठीक बायीं ओर स्थित कैरेक्टर या स्पेस को एक एक कर मिटाया जा सकता है। इसका प्रयोग टाइपिंग के समय गलतिया ठीक करने के लिए किया जाता है।

I. SCROLL LOCK KEY (स्क्रॉल लॉक बटन)

स्क्रॉल लॉक बटन का प्रयोग करने पर कंप्यूटर पर आ रही सूचना एक ही स्थान पर रुक जाती है। सूचना को फिर सुरु करने के लिए स्क्रॉल लॉक बटन को दुबारा दबाना पड़ता है।

J. PAUSE KEY (पॉज बटन)

पॉज बटन का कार्य स्क्रॉल लॉक बटन की तरह है। किसी भी दूसरे बटन को दबाने पर सूचना पुनः आनी सुरु हो जाती है।

K. PRINT SCREEN KEY (प्रिंट स्क्रीन बटन)

प्रिंट स्क्रीन बटन को दबाने पर स्क्रीन पर जो कुछ दिख रहा है उसे प्रिंट किया जा सकता है।
प्रिंट स्क्रीन बटन को दबाकर (CTRL+C) बटन को दबाया जाय तो वह स्क्रीन की फ़ोटो ले लेती है जिसे पेंट में पेस्ट करके देखा जा सकता है।

कंप्यूटर की सभी पोस्ट देखने के लिए क्लिक करें-

आप इन्हें भी देखें----

*मोबाइल से पैसे कमाएँ।
*मोबाइल की सभी पोस्ट।
*इंटरनेट की सभी पोस्ट।










माउस क्या है Mouse kya hota hai

WHAT IS MOUSE (माउस क्या है) MOUSE KYA HAI


MOUSE (माउस)


mouse kya hota hai

माउस एक इनपुट डिवाइस है जिसे प्वाइंटिंग डिवाइस के नाम से भी जाना जाता है। GUI के प्रयोग से इसका महत्व बढ़ गया है। एक माउस में 2 या 3 बटन हो सकते हैं। जिन्हें दायां बयां तथा मध्य बटन कहा जाता है।
माउस के नीचे एक रबर का बाल लगा होता है।
जब किसी समतल सतह पर या माउस पैड पर माउस को घुमाया जाता है या हिलाया जाता है तो यह रबर का बॉल घूमता है तथा उसकी गति और दिशा मॉनीटर पर माउस पॉइंटर की गति और दिशा में परिवर्तित हो जाती है।

माउस के कार्य-

CLICK (क्लिक) 

माउस के बटन को एक बार दबाकर छोड़ना।

DOUBLE CLICK (डबल क्लिक)

माउस के बाएं वाले बटन को दो बार जल्दी जल्दी दबाना।

DRAG (ड्रैग)

जब माउस के बायें बटन को दबाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है। इसका प्रयोग आइकन , चित्र आदि को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए किया जाता है।

SELECT (सेलेक्ट)

जब माउस के द्वारा क्लिक करने पर किसी आइकन या अक्षर के रंग में परिवर्तन हो तो उसे सेलेक्ट कहा जाता है।


माउस के प्रकार-


OPTICAL MOUSE (ऑप्टिकल माउस)

ऑप्टिकल माउस में रबर बॉल के स्थान पर प्रकाशीय डायोड (LED) का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए किसी विशेष सतह की आवश्यकता नहीं पड़ती है। तथा टूटने फूटने की सम्भावना कम हो जाती है।

TRACK BALL (ट्रैक बॉल)


indiahelpme

ट्रैक बॉल माउस का ही प्रारूप है। ट्रैक बॉल में रबर बॉल निचे न होकर के ऊपर होता है। ट्रैक बॉल को अपने स्थान से हटाये बिना रबर बॉल को घुमाकर माउस पॉइंटर के स्थान में परिवर्तन किया जा सकता है।

कंप्यूटर की पोस्ट देखने के लिए क्लिक करें-

आप इन्हें भी देखें----

*मोबाइल से पैसे कमाए।
*इंटरनेट की सभी पोस्ट।
*कंप्यूटर की सभी पोस्ट।
*मोबाइल की सभी पोस्ट।