आप यहाँ से ब्लॉग के सभी लेख देखें

Programing ke steps hindi me

प्रोग्रामिंग के चरण-




नमस्कार आपका हिंदी ब्लॉग INDIA HELP ME पर स्वागत है। आज हम इस पोस्ट में जानेगें प्रोग्रामिंग के विभिन्न चरण के बारे में। पिछले पोस्ट में हमने देखा था कि प्रोग्रामिंग क्या है अगर आपने नहीं देखा है तो आप नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं।


तो आइये देखते हैं प्रोग्रामिंग के विभिन्न चरण के बारे में-


1. एल्गोरिथ्म-

किसी गणितीय समस्या अथवा डाटा को कदम-ब-कदम इस प्रकार परिभाषित करना जिससे कि वह कम्प्यूटर के लिए कार्य करने योग्य बन सके और कम्प्यूटर उपलब्ध डाटा को प्रयोग में लेकर गणितीय समस्या का हल दिखा सके, एल्गोरिथ्म कहलाता है । जब कम्प्यूटर पर करने के लिए कोई कार्य दिया जाता है तो प्रोग्रामर को उसकी संपूर्ण रूपरेखा तैयार करनी पड़ती है तथा कम्प्यूटर से बिना त्रुटि के कार्य करवाने के लिए किस क्रम से निर्देश दिए जाएंगे, यह तय करना होता है । अर्थात किसी कार्य को पूर्ण करने के लिए अलग अलग चरणों से गुजरना पड़ता है । जब समस्या के निवारण हेतु विभिन्न चरणों को क्रम से क्रमबद्ध करके लिखा जाये तो यह एल्गोरिथ्म कहलाता है ।

कुछ ध्यान देने योग्य बातें-

A. एल्गोरिथ्म में जो भी निर्देश दिए जाते हैं वह स्पष्ट और सही होने चाहिए।

B. एल्गोरिथ्म में दिए जाने वाले निर्देश ऐसे होना चाहिए जिनका अनुपालन एक साथ हो सके।

C. एल्गोरिथ्म में किसी भी निर्देश का क्रम बदलने पर अथवा कोई भी निर्देश छूटने पर परिणाम सही नहीं प्राप्त होता है।

D. एल्गोरिथ्म में सभी निर्देशों के अनुपालन के पश्चात समापन पर वंछित परिणाम अवश्य प्राप्त होना चाहिए।

2. प्रवाह तालिका-

प्रवाह तालिका एल्गोरिथ्म चित्रात्मक प्रदर्शन है जिसमे कई प्रकार के रेखाओं और आकृतियों का प्रयोग किया जाता है। जो की अलग अलग प्रकार से निर्देशों के लिए प्रयोग किये जाते जाते हैं। सर्वप्रथम एक एल्गोरिथ्म को प्रवाह तालिका के रूप में प्रस्तुत किया जाता है और फिर प्रवाह तालिका के आधार पर उचित कंप्यूटर भाषा में प्रोग्राम तैयार किया जाता है।

प्रवाह तालिका में प्रयुक्त चिन्ह एवम आकृतियां-

A.टर्मिनल (TERMINAL)

टर्मिनल का प्रयोग किसी प्रोग्राम को प्रारम्भ करने समापन करने और विराम के लिए किया जाता है। यह किसी प्रोग्राम का प्रारंभ होना या प्रोग्राम का समापन होना प्रदर्शित करता है।

B. इनपुट/आउटपुट (INPUT/OUTPUT)-

प्रोग्रामिंग करते समय प्रोग्राम में कोई भी इनपुट देने के लिए तथा आउटपुट प्राप्त करने के लिए इनपुट/ आउटपुट चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।



C. प्रोसेसिंग (PROCESSING)-

फ्लोचार्ट में प्रोसेसिंग चिन्ह का उपयोग अंकगणितीय प्रक्रिया एवं डाटा विस्थापन सम्बन्धी निर्देशों के लिए किया जाता है । सभी अंकगणितीय प्रक्रिया जैसे- जोड़ना(+) घटाना(-) गुणा(×) करना और भाग(÷) करना प्रवाह तालिका में प्रोसेसिंग चिन्ह द्वारा प्रदर्शित किया जाता है ।

D. प्रवाह रेखएं-

तीर की आकृति सिरे वाली यह रेखाएं प्रोग्राम के प्रवाह को दर्शाने करने के लिए की जाती है । प्रोग्राम के प्रवाह को प्रदर्शित करने के निर्देशों के क्रम है जिनके अनुसार निर्देशों का क्रियान्वयन किया जाना है ।

E-निर्णयात्मक चिन्ह (DECISION BOX)

प्रवाह तालिका में निर्णायात्मक चिन्ह का प्रयोग यह प्रदर्शित करता  है कि यहां पर निर्णय लिया है जिसके दो या दो से अधिक विकल्प हो सके हैं । DECISION BOX में निर्णय करने के विशिष्ट मान स्पष्ट रूप से प्रकट किए गए हों ।

F-संयोजक चिन्ह (CONNECTORS)-

संयोजक चिन्ह – प्रवाह तालिका में दो प्रकार के CONNECTORS प्रयोग किए जाते हैं –
1.ऑन पेज कनेक्टर
2.ऑफ पेज कनेक्टर

G-पूर्व परिभाषित विश्लेषण चिन्ह-

प्रवाह तालिका में यदि पहले की गई प्रोसेसिंग को फिर किसी अन्य बिन्दु पर प्रयोग करना होता है तो उस बिन्दु पर प्रोसेसिंग सिम्बल के स्थान पर इस चिन्ह प्रयोग किया जाता है ।


3-मिथ्या संकेत

किसी प्रोग्राम को विकसित करने की प्रक्रिया किए जाने वाले कार्य को समझने एवं कार्य के सम्पन्न होने हेतु तर्क निर्धारण से प्रारम्भ होती है और यह कार्य प्रवाह तालिका अथवा मिथ्या संकेत की सहायता से किया जाता है । मिथ्या संकेत प्रवाह तालिका का एक विकसित विकल्प है । मिथ्या संकेत में विभिन्न आकृतियों अथवा चिन्हों की अपेक्षा प्रोग्राम की प्रक्रिया को क्रम से लिखा जाता है । चूंकि इसका प्रोग्राम को Design करने में महत्वपूर्ण स्थान है अतः इसे प्रोग्राम डिजाइन भाषा भी कहा जाता है ।




आप इन्हें भी देख सकते हैं-



उम्मीद है यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी। अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमसे कमेंट बॉक्स के जरिये या हमारे फेसबुक पेज को लाइक करके फेसबुक पर अपने सवाल पूछ सकते हैं। अगर आपके पास ईमेल आईडी है तो आप नीचे जाकर ईमेल आईडी द्वारा जुड़िये जब कोई नयी पोस्ट INDIAHELPME पर डाली जायेगी आपके ईमेल आईडी पर चली जायेगी। अगर ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो आप अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें।