Computer work kaise karta hai. Computer kam kaise karta hai. Computer ki kary pranali hindi me.
कंप्यूटर कार्य कैसे करता है-
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका INDIA HELP ME पर जहाँ पर आपको मिलती है बेहतरीन जानकारियां। मैंने अपने पिछले पोस्ट में कंप्यूटर का इतिहास और कंप्यूटर की पीढ़ियों के बारे में बताया था आप नीचे लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं-
* कंप्यूटर का इतिहास।
* कंप्यूटर की पीढ़ियां।
आज हम जानेगें की कंप्यूटर हमारा काम कैसे करता है। दरसल जब आप कंप्यूटर कोर्स करने जाते हो हार्डवेयर या सॉफ्टवेर तो आपको यह जानकारी होनी चाहिए की कंप्यूटर वर्क कैसे करता है अगर आपके पास यह जानकारी है तो आपको सिखने में और आसानी होगी। तो आइये देखते हैं कि कंप्यूटर काम कैसे करता है।
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* कंप्यूटर का इतिहास।
* कंप्यूटर की पीढ़ियां।
आज हम जानेगें की कंप्यूटर हमारा काम कैसे करता है। दरसल जब आप कंप्यूटर कोर्स करने जाते हो हार्डवेयर या सॉफ्टवेर तो आपको यह जानकारी होनी चाहिए की कंप्यूटर वर्क कैसे करता है अगर आपके पास यह जानकारी है तो आपको सिखने में और आसानी होगी। तो आइये देखते हैं कि कंप्यूटर काम कैसे करता है।
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1. कंप्यूटर के कार्य करने की तीन स्थिति है-
A- इनपुट।
B- प्रोसेसिंग।
C- आउटपुट।
B- प्रोसेसिंग।
C- आउटपुट।
A- इनपुट:-
सबसे पहले आपका इनपुट आता है जिससे की हम डाटा को कंप्यूटर में भेजते हैं या इंटर करते हैं जैसे माउस , कीबोर्ड , स्कैनर आदि इनपुट डिवाइस द्वारा हम कंप्यूटर में डाटा भेजते हैं या कंप्यूटर को निर्देश देते हैं।
B-प्रोसेसिंग:-
डाटा इनपुट साधनों के द्वारा भेजे जाने पर प्रोसेसर हमारे निर्देशों तथा प्रोग्रामो का पालन करके कार्य सम्पन्न करता है।
C- आउटपुट:-
अब जब हमने इनपुट द्वारा कंप्यूटर को निर्देश दिया और प्रोसेसिंग द्वारा निर्देशों और प्रोग्रामों का कार्य सम्पन्न हो जाता है तो तीसरा ऑप्शन बचता है आउटपुट का। आउटपुट में हम अपने डाटा को प्रिंटर से निकाल सकते हैं या स्क्रीन पर देख सकते हैं।
तीनो चरणों में यह हुआ की इनपुट द्वारा कंप्यूटर में डाटा प्रवेश करना प्रोसेसर द्वारा डाटा को प्रोसेस करके अपने कार्य के अनुसार बनाना तीसरा आउटपुट द्वारा डाटा को प्रिंट कर लेना या अन्य आउटपुट डिवाइसों की मदद लेना।
(CPU) सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट-
CPU जिसे हम कंप्यूटर का मस्तिष्क कहते हैं जहाँ पर कंप्यूटर को प्राप्त सूचनावों का विश्लेष्ण किया जाता है। CPU से ही सारा कार्य संचालित होता है। जैसे प्रोसेस करना डाटा कई दिनों तक सुरक्षित रखना आदि दरसल आप अगर CPU से कंप्यूटर मॉनिटर को निकाल देगें तो भी CPU में डाटा सुरक्षित रहेगा क्योंकि मॉनिटर में डाटा नही SAVE होता है यह हमारा कार्य सही हो जिसे हम देख कर कर सके इसलिए मॉनिटर होता है। अगर आप CPU को दूसरे मॉनिटर में लगाते हैं तो जितना डाटा CPU में है वह दूसरे मॉनिटर पर भी दिखेगा।
CPU के तीन भाग होते हैं जिससे मिलकर यह कार्य करता है-
A:- कण्ट्रोल यूनिट (C U)
B:- ए. एल. यू. (ALU)
C:- स्मृति (मेमोरी)
B:- ए. एल. यू. (ALU)
C:- स्मृति (मेमोरी)
A:- कण्ट्रोल यूनिट (C U)-
कण्ट्रोल यूनिट कंप्यूटर का कार्य होता है कंप्यूटर में इनपुट और आउटपुट युक्तियों को नियंत्रण में रखना।
* यह सबसे यूजर द्वारा इनपुट डिवाइसों की मदद से जो डाटा इनपुट के रूप में इंटर किया जाता है उन्हें कंट्रोलर तक लाता है।
* कंट्रोलर डाटा/सुचना को स्मृति में उचित स्थान प्रदान करता है।
* मेमोरी (स्मृति) से पुनः डाटा / सुचना को कंट्रोलर में लाना और डाटा / सुचना को ALU में भेजना।
* ALU से प्राप्त डाटा परिणामो को आउटपुट युक्तियों में भेजना (जैसे- प्रिंटर , स्पीकर , अदि) और मेमोरी में उचित स्थान प्रदान करना।
ALU (अर्थमेटिक एंड लॉजिकल यूनिट)
ALU का पूरा नाम अर्थमेटिक एंड लॉजिकल यूनिट होता है। इसको हम इस प्रकार से परिभाषित कर सकते हैं कंप्यूटर की वह इकाई जहाँ पर समस्त गणनाएं की जा सकती है ALU या अर्थमेटिक एंड लॉजिकल यूनिट कहलाती है।
मेमोरी या स्मृति-
जब कंप्यूटर में हम कोई डाटा प्रोग्राम इंटर करते हैं तो वह या उन्हें हम सुरक्षित करते हैं ताकि हम अपना कार्य उस डाटा या प्रोग्राम से बाद में भी कर सके तो हम जहाँ डाटा प्रोग्राम को संचित करते हैं वो मेमोरी कहलाती है।
जैसे की आपने MS WORD में कोई डाटा बनाया अब उस डाटा का काम अगर आपको भविष्य में कभी भी है तो ऐसी स्तिथि में आप उस डाटा को SAVE यानि संचित करके रख सकते हैं और यह डाटा जहाँ संचित होता है उसे मेमोरी कहा जाता है।
कंप्यूटर के CPU में होने वाली क्रियाएं सबसे पहले स्मृति ने जाती है। दरसल मेमोरी कंप्यूटर का कार्यकारी संग्रह है।
मेमोरी या स्मृति को हम कंप्यूटर का वह मुख्य भाग कह सकते हैं जिसमे हम अपने डाटा प्रोग्राम आदि को संचित (SAVE) कर सकते हैं और आगे कभी भी जरूरत पड़ने पर हम उस डाटा प्रोग्राम को अपने काम में ला सकते है।
इनपुट युक्ति(INPUT DEVICE)-
इनपुट युक्ति के द्वारा ही हम कंप्यूटर में डाटा प्रोग्राम प्रवेश करते हैं। इनपुट युक्ति के कुछ उदाहरण हैं- कीबोर्ड , माउस , स्कैनर , आदि ये सब कंप्यूटर में डाटा प्रवेश करने में हमारी सहायता करते हैं।
आउटपुट युक्ति (OUTPUT DEVICE)-
जब हम इनपुट से डाटा को कंप्यूटर में प्रवेश करते हैं और प्रोसेस द्वारा हमे उत्तर प्राप्त होता है उसके बाद आउटपुट उक्ति का काम आता है जो की डाटा को आउटपुट के रूप में प्राप्त होता है जैसे कंप्यूटर स्क्रीन , प्रिंटर , स्पीकर आदि।
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